MSG The Warrior Lionheart film unit shares their experience. Movie release date will be announced soon.
मिडिया के सवाल , शेरदिल के जवाब
संत राम रहीम जी, इस फिल्म के बारे में जानकारी दीजिए, इस फिल्म का मकसद क्या है और कब रिलीज होगी?
हम इस फिल्म में विभिन्न किरदार निभाते हुए नजर आ रहे हैं न कि केवल एक गुरू हैं। ये एक ऐसे योद्धा की कहानी है जो भारत का टॉप सीक्रेट ऐजेंट लॉयन हार्ट है, वहीं इसी फिल्म में एक पुरातन योद्धा की कहानी भी है जो कि शेरदिल है। इस कहानी में शेरदिल महिलाओं, बहनों और धरती मां की इज्जत बचाने के लिए अपना सब कुछ दांव पे लगा देता है। वहीं इस धरती पर एलियंस 300 साल पहले आए उनसे भी वह फाइट करता है। इस फिल्म में परिवार है, राजा है और प्रजा है और अंत जाकर वह इलाके का चक्रवर्ती सम्राट घोषित होेता है। वहीं इस फिल्म के रिलीज की डेट भी जल्दी ही फाइनल करेंगे।आपने फिल्म की डायरैक्शन से लेकर डिजायन तक खुद किया है, ऐसा अकेले आप कैसे कर लेते हैं?
जीे बिल्कुल, फिल्म मेकिंग के दौरान यदि कोई भी नई चीज़ क्रिएट करनी थी या उसका डिज़ायन तैयार करना होता था तो हम वहीं कुछ ही मिनटों में उसका डिजायन तैयार कर देते थे, जैसे फिल्म में गदा जो नज़र आ रही हैै इसके साथ-साथ कोस्टयूम्स एवं सैट्स आदि।बॉलीवुड में फूहड़ फिल्मों का प्रचलन काफी है, जिसे परिवार में बैठकर नहीं देखा जा सकता। आप की हर फिल्म में इंसानियत के लिए संदेश होता है एवं पूरा परिवार आपकी फिल्म साथ बैठकर देख सकता है आप क्या संदेश देंगे बाकि फिल्मकारों को?
हम सभी फिल्मकारों को यही संदेश देंगे कि वे अपनी फिल्मों में समाज बदलने वाले संदेश लाएं, गंदगी और फूहड़ता लेकर न आएं जिससे समाज बिगड़े। इससे स्वस्थ एंटरटेनमेंट भी होगा और हमारा समाज भी बदलेगा। इसके बदले में उन्हें ऐसा दुआएं मिलेंगी जिससे उनका परिवार और वे खुश और सुखी रहेंगे।इस ट्रेलर का अंत सुखद नहीं हुआ। इसका क्या कारण रहा?
ये फिल्म का एक पार्ट है आप जब फिल्म देखेंगे तो आप देखेंगे कि इस फिल्म का अंत काफी सुखद है। ट्रेलर में सस्पेंस रखने के लिए इस तरह की क्रिएशन की गई है।फिल्म का नाम एमएसजी द वारियर लायनहार्ट कैसे रखा गया और फिल्म कितने समय में तैयार की गई है?
ये फिल्म एक योद्धा की कहानी है और ज्यादातर कहानी काल्पनिक है, लेकिन कुछ न कुछ रियेलिटी भी है। ये योद्धा माता-बहनों की इज्जत की खातिर लड़ता है और पृथ्वी को एलियंस से भी बचाता है। वहीं भारतीय संस्कृति का भी इसमें खूब प्रचार है और बताया गया है कि हमारे देश की संस्कृति बहुत पहले से ही सर्वश्रेष्ठ रही है। और 298 घंटे में यह फिल्म तैयार हुई है। लगभग 25 दिन में यह फिल्म तैयार हुई है आप कह सकते हैं।इस फिल्म में मुख्य संदेश क्या है?
इस फिल्म में नौजवानों को माता-बहनों की रक्षा करने की प्रेरणा दी गई है वहीं इस बात पर भी बल दिया गया है कि सप्ताह के सभी दिन समान हैं कोई भी दिन बुरा नहीं है। इस पाखंडवाद पर भी चोट की गई है। वहीं किसान जो आत्महत्या करते हैं उन्हें संदेश दिया गया है कि बहादुरी से परिस्थितियों से लड़ना चाहिए इस तरह के संदेश दिए गए हैं।इस फिल्म में वीएफएक्स और एनीमेशन का कितना उपयोग किया गया है?
इस फिल्म में वीएफएक्स का काफी काम है, जिसमें कई सैट्स और सीन हैं साथ ही कई कैरेक्टर हैं जो कि 15-15 फीट ऊंचे दिखाए गए हैं।आज मोबाइल गेम्स का बच्चों पर बहुत प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे कि वे मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर भी हो रहे हैं तो क्या डेरा ऐसी गेम भी लाएगा जिससे बच्चे सही राह पर चलें और अच्छी शिक्षा ग्रहण करें?
जी, बिल्कुल हमारी यह कोशिश है कि ऐसी मोबाइल गेम बनाएं जिसमें बच्चे इंसानियत के कार्य सीखें एव वहीं स्टेजिस पार कर मैडल जीतें ताकि उन्हें बाकि हिंसात्मक गेमों की बजाय इंसानियत के कार्यो में दिलचस्पी बढ़े।आप हर फिल्म में सामाजिक संदेश होते हैं लेकिन फिर भी टैक्स फ्री नहीं की गई क्या इस बार टैक्स फ्री की जाए इसकी कोशिश करेंगे?
जी, हमने हर बार कोशिश की है कि फिल्म को टैक्स फ्री किया जाए। हमारी हर फिल्म में समाज को जगाने की कोशिश रहती है लेकिन फिर भी फिल्म टैक्स फ्री नहीं की गई। जबकि अन्य किसी फिल्म में ज़रा भी सोशल मैसेज हो तो कहा जाता है कि विधानसभा में दिखाई जाए। लेकिन हमारी में तो सारा ही सोशल मैसेज है। और सभी ने माना है कि टैक्स फ्री करने वाली फिल्म है लेकिन पता नहीं क्या कारण रहे कि नहीं की गई टैक्स फ्री। इस बात पर हमे हैरानी है।राम रहीम जी आप इस फिल्म में 3 किरदार निभा रहे हैं, इस हिसाब से तो यहां फिल्म इंस्टीच्यूट खुलना चाहिए?
जी, बिल्कुल अगर ईश्वर ने चाहा तो बिल्कुल। आपको बता दें कि वीएफएक्स का पूरा काम होने लगा है। मुंबई में जो खर्च वीएफएक्स पर आता है वहीं वीएफएक्स यहां उसके आधे से भी कम में तैयार कर दिए जाएंगे। जो कोई फिल्म बनाने वाला है अपने एक्टर ले आए। वह यहां से पूरी फिल्म बना कर ले जा सकता है। आश्रम की 700 एकड़ जगह अलग-अलग तरह से बनी हुई है। जम्मू-कश्मीर तक की सीनरी यहां मिल जाती है। यहां हर तरह की लोकेशन शूटिंग के लिए मिल सकती है। वहीं शूटिंग हाल 185 गुणा 145 फुट का है। वहीं वीएफएक्स हॉल यहां 95 गुणा 150 फीट का है। तो यहां शूटिंग के लिए हर तरह का इंतजाम है। अब सिरसा लोगों की नज़र में जरूर आएगा।मुंबई के फिल्म समीक्षकों ने आपकी फिल्म की अच्छी समीक्षा नहीं की आप क्या कहेंगे?
जैसा कि आपने देखा कि कुछ दिन पहले ही बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगण ने टवीट किया है कि कैसे फिल्मों की झूठी समीक्षा कर दी जाती है। वह सच है ये हमने मुंबई में देखा है। लोग वहां फिल्मों की समीक्षा पैसा लेकर करते हैं। हमें उन फिल्म समीक्षकों की परवाह न कल थी न आज है और न होगी। वे अपनी समीक्षा देते हैं, स्टार भी देते हैं जबकि हमारे स्टार तो हमारी आॅडीयंस है। हमने देखा है कि जो फिल्में टोटली फ्लॉप गई हैं। उन्हें 3 से लेकर 5 स्टार भी दिए हैं और फिल्म का पता ही नहीं चला कब आई और कब गई। अगर उनकी समीक्षा सही होती तो वे फिल्में भी अच्छा काम करती और टॉप पर जाती परंतु उन फिल्मों ने कुछ नहीं किया। जो अजय देवगण ने आवाज़ उठाई है अगर सभी उठाएं तो फिल्मों की समीक्षा भी सही होने लग जाएगी।आपने इस फिल्म में कई किरदार निभाए हैं, जिनमें बुजुर्ग का किरदार भी है और एक नौजवान का किरदार भी है तोे आपने कैसे इन किरदारों को निभाया?
जी, बिल्कुल। इस फिल्म में काफी मेहनत हुई है। सिक्किम के एक जगह पर ये सीन शूट किया गया। जहां हमने वहीं बुजुर्ग का किरदार निभाया और नौजवान का भी वहीं।आपकी फिल्म के रिलीज का इंतजार कई दूसरे फिल्म प्रोडूयसर और डायरैक्टर्स भी कर रहे हैं ताकि उनके फिल्में आपकी फिल्म आने से फ्लाप न हो जाएं और वे चाहते हैं कि आपकी फिल्म की रिलीज की डेट पता चले तो वे अपनी फिल्मों की रिलीज डेट को इधर-उधर कर सकें।
हमारा किसी से कंपीटीशन नहीं है हम अपनी फिल्म दिखाते हैं और बाकि लोग अपनी। बाकि लोगों की च्वाइस है कि वे क्या देखते हैं। इसलिए डेट जल्द ही बताएंगे।Honeypreet Insan, Saint Ram Rahim and Santosh Thundiyil |