रक्तदान के क्षेत्र में डेरा सच्चा सौदा के सराहनीय सहयोग के लिए प्रशंसा पत्र। पढ़ें पूरी खबर और साथ में सत्संग।
सिरसा, 11 सितम्बर। सत्संग में जो इन्सान चलकर आता है, उसके जन्मों-जन्मों के पाप कर्म कटते चले जाते हैं। सत्संग का मतलब ही परम पिता परमात्मा का नाम याद करवाना होता है। इन्सान जब उस मालिक की याद में बैठता है, सारी परेशानियां, गम दूर भाग जाते हैं। मालिक के नाम में ऐसी ताकत है, ऐसी शक्ति है, जो भी कोई मालिक के नाम से जुड़ता है, उसमें एक ताजगी, खुशहाली पैदा हो जाती है। उक्त वचन पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने रविवार को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित विशाल सत्संग में उपस्थित लाखों की संख्या में साध-संगत को संबोधित करते हुए कहे। सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी ने 8,250 जीवों को नाम की अनमोल दात प्रदान की। सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी साध-संगत द्वारा लिखकर भेजे गए प्रश्रो के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।
रविवार को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित उपस्थित साध-संगत को संबोधित करते हुए पूज्य गुरु जी ने कहा कि आज का दौरा खुदगर्जी का दौर है, स्वार्थी लोगों का बोलबाला है। अच्छे इन्सान को लोग बुद्धू समझते हैं, जबकि नेक कार्य करने वाला इन्सान बुद्धू नहीं, बल्कि योद्धा होता है योद्धा। पूज्य गुरु जी ने कहा कि आज चारों तरफ बुराइयों का बोलबाला हैं। इन्सान कामवासना, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार में जकड़ा हुआ है। आदमी घमंड, अहंकार में इतना डूब जाता है कि अपनी हस्ती भूल जाता है। उन्होंने कहा कि बुराइयों से बचना मुश्किल है। पीर-फकीर का एक ही काम होता है, आदमी के अंदर की बुराई को खत्म कर देना। पीर-फकीर सत्संग में समझाते हैं तथा सत्संग में आकर इन्सान समझ भी जाता है, लेकिन उस पर अमल करना बहुत मुश्किल है।
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि आज का इन्सान आदमी को तो धोखा देता ही है, साथ ही भगवान को भी धोखा दे रहा है, तो ऐसे में खुशियां कहां से आएंगी। एक जगह ऐसी होती है, जहां सच बोलना चाहिए। वह है सत्संग, सच्चा संग। अगर वहां जाकर भी आप झूठ बोलते हैं तो अपने आप से मजाक कर रहे हो। परमपिता परमात्मा से मांगना है तो खुद परमात्मा को मांगो। पूज्य गुरु जी ने कहा कि आज के कलयुग में ज्यादातर मतलब की दोस्ती है। सत्संग में बताया जाता है कि सच्चा दोस्त कौन है। आज अगर कोई सच्चा दोस्त है तो वो है अल्लाह, राम, वाहेगुरु, गॉड। परमात्मा से दोस्ती के लिए आपको न अपनी जात बदलनी है, न पहनावा। बस बदलनी है तो अपनी सोच बदलो। काम करते समय, चलते-फिरते समय मुख से भगवान का नाम सुमिरन करते रहें, तो आप परमात्मा को पा सकते हैं। अगर आप उससे दोस्ती करोगे तो इस जहां के साथ-साथ अगले जहां में भी वह आपका साथ नहीं छोड़ेगा।
पूज्य गुरु जी ने कहा कि कलयुग में हाथ को हाथ खा रहा है। इन्सान परमात्मा से दूर हो रहा है। इन्सान ऐसा स्वार्थी ऐसा खुदगर्ज बन गया है कि अपनी इच्छाएं पूरी करने के लिए वह खुदा को भी कुछ नहीं समझता। ऐसे इन्सान का जीवन आने वाले समय में बहुत ही मुश्किल हो जाता है, करोड़ों दुख उठाने पड़ते हैं। इसलिए भगवान को कभी भी मूर्ख बनाने की न सोचे। परमात्मा का नाम जपे, उसकी भक्ति इबादत करें। जब उसका नाम जपोगे तो खुशियां मिलेेंगी। दीनता, नम्रता से उससे मांगों तो झोलियां भरकर जाओगे। पूज्य गुरु जी ने कहा कि अपने अंदर की कमियों को निकाल कर दूसरों की सेवा किया करें। अपनी बुरी आदतों को जीतना ही शूरवीरता है। अगर आप बहादुर हैं तो अपनी बुरी आदतों को जीत कर दिखाएं। अगर आप अपने मन से जीत लेते हैं, वह है शूरवीरता। इसलिए समय निकालकर परमात्मा को याद किया करो।
सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी ने बताया कि 'एमएसजी द वॉरियर लॉयन हार्ट' मूवी तैयार हो चुकी है। बस कुछ काम बाकी है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा तथा आने वाले कुछ ही दिनों में फिल्म की तिथि बता दी जाएगी तथा फिल्म जल्द ही रिलीज होगी। सत्संग के दौरान साध-संगत को पंडाल में लगी बड़ी स्क्रीनों पर मूवी का ट्रेलर भी दिखाया गया। इस दौरान पंडाल में बैठे एमएसजी फैन ने शेर दिल-शेर दिल की हूटिंग से पंडाल को गुंजायमान कर दिया।
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डेरा सच्चा सौदा द्वारा पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन मार्ग दर्शन में चलाए जा रहे रक्तदान महाशिविरों में अब तक डेरा सच्चा सौदा में कुल 4,51,081 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया है, जिसमें से 29,800 यूनिट रक्त डेरा सच्चा सौदा द्वारा भारतीय सेना के जवानों के लिए दिया गया है। डेरा सच्चा सौदा द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में किए गए इस सराहनीय योगदान के लिए हरियाणा के राज्यपाल एवं हरियाणा रैडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष कप्तान सिंह सोलंकी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा पूज्य गुरु जी को प्रशंसा पत्र दिया गया है। सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी ने इस सम्मान के लिए साध-संगत को बधाई दी तथा कहा कि डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु आगे भी जरूरतमंदों के लिए इसी तरह रक्तदान की मुहिम को आगे बढ़ाते रहेंगे।
रविवार को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित उपस्थित साध-संगत को संबोधित करते हुए पूज्य गुरु जी ने कहा कि आज का दौरा खुदगर्जी का दौर है, स्वार्थी लोगों का बोलबाला है। अच्छे इन्सान को लोग बुद्धू समझते हैं, जबकि नेक कार्य करने वाला इन्सान बुद्धू नहीं, बल्कि योद्धा होता है योद्धा। पूज्य गुरु जी ने कहा कि आज चारों तरफ बुराइयों का बोलबाला हैं। इन्सान कामवासना, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार में जकड़ा हुआ है। आदमी घमंड, अहंकार में इतना डूब जाता है कि अपनी हस्ती भूल जाता है। उन्होंने कहा कि बुराइयों से बचना मुश्किल है। पीर-फकीर का एक ही काम होता है, आदमी के अंदर की बुराई को खत्म कर देना। पीर-फकीर सत्संग में समझाते हैं तथा सत्संग में आकर इन्सान समझ भी जाता है, लेकिन उस पर अमल करना बहुत मुश्किल है।
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि आज का इन्सान आदमी को तो धोखा देता ही है, साथ ही भगवान को भी धोखा दे रहा है, तो ऐसे में खुशियां कहां से आएंगी। एक जगह ऐसी होती है, जहां सच बोलना चाहिए। वह है सत्संग, सच्चा संग। अगर वहां जाकर भी आप झूठ बोलते हैं तो अपने आप से मजाक कर रहे हो। परमपिता परमात्मा से मांगना है तो खुद परमात्मा को मांगो। पूज्य गुरु जी ने कहा कि आज के कलयुग में ज्यादातर मतलब की दोस्ती है। सत्संग में बताया जाता है कि सच्चा दोस्त कौन है। आज अगर कोई सच्चा दोस्त है तो वो है अल्लाह, राम, वाहेगुरु, गॉड। परमात्मा से दोस्ती के लिए आपको न अपनी जात बदलनी है, न पहनावा। बस बदलनी है तो अपनी सोच बदलो। काम करते समय, चलते-फिरते समय मुख से भगवान का नाम सुमिरन करते रहें, तो आप परमात्मा को पा सकते हैं। अगर आप उससे दोस्ती करोगे तो इस जहां के साथ-साथ अगले जहां में भी वह आपका साथ नहीं छोड़ेगा।
पूज्य गुरु जी ने कहा कि कलयुग में हाथ को हाथ खा रहा है। इन्सान परमात्मा से दूर हो रहा है। इन्सान ऐसा स्वार्थी ऐसा खुदगर्ज बन गया है कि अपनी इच्छाएं पूरी करने के लिए वह खुदा को भी कुछ नहीं समझता। ऐसे इन्सान का जीवन आने वाले समय में बहुत ही मुश्किल हो जाता है, करोड़ों दुख उठाने पड़ते हैं। इसलिए भगवान को कभी भी मूर्ख बनाने की न सोचे। परमात्मा का नाम जपे, उसकी भक्ति इबादत करें। जब उसका नाम जपोगे तो खुशियां मिलेेंगी। दीनता, नम्रता से उससे मांगों तो झोलियां भरकर जाओगे। पूज्य गुरु जी ने कहा कि अपने अंदर की कमियों को निकाल कर दूसरों की सेवा किया करें। अपनी बुरी आदतों को जीतना ही शूरवीरता है। अगर आप बहादुर हैं तो अपनी बुरी आदतों को जीत कर दिखाएं। अगर आप अपने मन से जीत लेते हैं, वह है शूरवीरता। इसलिए समय निकालकर परमात्मा को याद किया करो।
जल्द ही रिलीज होगी MSG The Warrior Lionheart
सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी ने बताया कि 'एमएसजी द वॉरियर लॉयन हार्ट' मूवी तैयार हो चुकी है। बस कुछ काम बाकी है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा तथा आने वाले कुछ ही दिनों में फिल्म की तिथि बता दी जाएगी तथा फिल्म जल्द ही रिलीज होगी। सत्संग के दौरान साध-संगत को पंडाल में लगी बड़ी स्क्रीनों पर मूवी का ट्रेलर भी दिखाया गया। इस दौरान पंडाल में बैठे एमएसजी फैन ने शेर दिल-शेर दिल की हूटिंग से पंडाल को गुंजायमान कर दिया।
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रक्तदान के क्षेत्र में डेरा सच्चा सौदा के सराहनीय सहयोग के लिए प्रशंसा पत्र
डेरा सच्चा सौदा द्वारा पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन मार्ग दर्शन में चलाए जा रहे रक्तदान महाशिविरों में अब तक डेरा सच्चा सौदा में कुल 4,51,081 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया है, जिसमें से 29,800 यूनिट रक्त डेरा सच्चा सौदा द्वारा भारतीय सेना के जवानों के लिए दिया गया है। डेरा सच्चा सौदा द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में किए गए इस सराहनीय योगदान के लिए हरियाणा के राज्यपाल एवं हरियाणा रैडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष कप्तान सिंह सोलंकी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा पूज्य गुरु जी को प्रशंसा पत्र दिया गया है। सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी ने इस सम्मान के लिए साध-संगत को बधाई दी तथा कहा कि डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु आगे भी जरूरतमंदों के लिए इसी तरह रक्तदान की मुहिम को आगे बढ़ाते रहेंगे।