Sushil Kumar became victim of dirty sports politics, didn't got a fair chance to compete with NarSingh Yadav for Rio Olympics 2016.
कुछ कहने की जरूरत नही बस एक नजर मेडल श्रेणी पर डाल लो..
बात करता हु इस पहलवान के ओलिम्पिक मे ना खेलने के कारण पर:
अपने पिछले और आखरी tournament 2014 commonwealth games GLASGOW मे सुशील ने 74 kg मे भाग लिया और gold medal भी प्राप्त किया ....ये तमाचा उनके मुह पे जो कहते है सुशील 66 भारवर्ग का पहलवान है उसे 74 मे कोई अनुभव नही जिसे एक मुद्दा बनाया था कुछ बेवकूफ लोगो ने। इस के बाद सुशील चोटिल हुए और 2015 world championship मे जाने का मौका मिला पहलवान नरसिंह यादव को ।नरसिंह यादव ने 74 भारवर्ग मे bronze medal प्राप्त किया साथ ही भारत के लिए ओलिम्पिक का कोटा पक्का किया । असल मे खिलाड़ी अपने लिए नही बल्कि देश के लिए कोटा लेता है जिसका मतलब उस कोटे मे उस देश का कोई भी बेहतर खिलाड़ी ओलिम्पिक मे अपने देश का प्रतिनिधित्व कर सकता है जैसा इस बार हुआ तीरंदाजी मे भारत के लिए कोटा हासिल किया मंगल सिंह चंपिया ने मगर उनकी पेरफोरमंस खराब देखकर उनकी जगह अंतनु दास को भेजा गया। जब नरसिंह ने कोटा हासिल किया तब Indian Olympics Association ने सुशील को आश्वासन दिया की आप प्रैक्टिस जारी रखो आप मे और नरसिंह मे जो बेहतर होगा वो ओलिम्पिक के लिए जायेगा।
सुशील ने बड़े से बड़े पहलवानो को चित किया है मगर वो भी इस देश की गंदी राजनीति से हार गया। ओलिम्पिक जाने से पहले जब सुशील ने trial की मांग रखी तब उसको एक सिरे से नकार दिया गया।
सुशील ने तो बस अपने हक की मांग की थी उन्होंने ये तो नही कहा की नरसिंह की जगह आप मुझे भेजो उन्होंने मांग रखी नरसिंह और मुझमे जो बेहतर हो वो देश का प्रतिनिधित्व करे ...ये मांग सार्वजनिक थी ये तो खुल्ली चुनौती थी जिसे नरसिंह को स्वीकार कर अपने अच्छे पहलवान होने का दावा साबित करना चाहिए था मगर नही ऐसा क्यों ये तो खुद नरसिंह जाने शायद इसलिए क्योंकि सुशील नरसिंह को पहले भी हरा चुके थे। कारण कुछ भी हो ओलिम्पिक मे भी तो नरसिंह को दिग्गज पहलवानो के साथ मुकाबले करने थे य सिर्फ घूमने जाना था। जब सुशील अपने लिए न्याय की मांग कर रहे थे तब ना जाने न्याय के ठेकेदार कहाँ सो रहे थे जो नरसिंह के डोप टेस्ट मे +ve पाये जाने के बाद प्रधानमंत्री आवास पर धरना देने तक पहुच गए। हद है नादानी की! गंदी राजनीति की! - Sushil Kumar फैन
(Source: Facebook)
दोस्तों हमे कमैंट्स में जरूर बताए की आप इस फैन की बात से कहाँ तक सहमत है, क्या आपको भी लगता है की सुशिल कुमार को नरसिंह के साथ मुकाबले का मौका तो मिलना चाहिए था आखिर देश को represent करने का सवाल था, आप हमे ट्वीट कर सकते है @ywfyouthvoice पर।